एक दशक के बाद, प्रसिद्ध लेखक श्री प्रेम रावत जी 2 मार्च, 2024 को ऐतिहासिक शहर मैक्सिको में लौटे और उन्होंने एक सभा को संबोधित किया।
वहाँ, उन्होंने, आपका उद्देश्य क्या होना चाहिए इस विषय पर अपना अनूठा दृष्टिकोण पेश किया। उन्होंने कुछ व्यावहारिक समाधानों की भी चर्चा की जो स्वयं को गहराई से समझने और कद्र करने में सहायता करते हैं।
एक दशक के बाद, प्रसिद्ध लेखक श्री प्रेम रावत जी 2 मार्च, 2024 को ऐतिहासिक शहर मैक्सिको में लौटे और उन्होंने एक सभा को संबोधित किया।
वहाँ, उन्होंने, आपका उद्देश्य क्या होना चाहिए इस विषय पर अपना अनूठा दृष्टिकोण पेश किया। उन्होंने कुछ व्यावहारिक समाधानों की भी चर्चा की जो स्वयं को गहराई से समझने और कद्र करने में सहायता करते हैं।
जब डेल्फ़िना ने उनसे इस जटिल दुनिया में सच्चा प्रेम खोजने के विषय पर टिप्पणी करने के लिए कहा, तो श्री प्रेम रावत जी ने पूछा, "सूरज और टॉर्च में क्या अंतर है?"
यह बातचीत "हियर योरसेल्फ" के लेखक श्री प्रेम रावत जी और ला नेसियन बुएनोस आइरेस की पत्रकार डेल्फ़िना गैलार्ज़ा के बीच हुई। वह लोग जो अपने जीवन पर ध्यान देते हैं, उनके बारे में बड़ी सहजता से चर्चा करते हुए प्रत्येक व्यक्ति के भीतर बसने वाले परमात्मा के बारे में गहन विचार भी सबके समक्ष रखे गए।
जब डेल्फ़िना ने श्री प्रेम रावत जी से पूछा कि उनकी पुस्तक से पाठकों को क्या सीख लेनी चाहिए, तो उन्होंने उत्तर दिया: "अपने जीवन में अपने हृदय को शामिल करें।"
इस विशेष कार्यक्रम की शुरुआत, श्री प्रेम रावत जी को शांति के प्रति उनकी सेवाओं के लिए 'गोल्डन डिप्लोमा' प्राप्त करने के साथ हुई। गोल्डन डिप्लोमा एक आजीवन पुरस्कार है और बुएनोस आइरेस शहर के सम्मानित अतिथि के रूप में श्री प्रेम रावत जी को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
क्या आप अभी भी सूर्य और टॉर्च के बीच अंतर के बारे में सोच रहे हैं? फिर टाइमलेस टुडे ऐप्प या वेबसाइट पर इस सम्पूर्ण संस्करण के पुनः प्रसारण का आनंद लें। तिरासी मिनट का यह कार्यक्रम अब क्लासिक या प्रीमियर सदस्यता के साथ अंग्रेजी में उपलब्ध है।
जब डेल्फ़िना ने उनसे इस जटिल दुनिया में सच्चा प्रेम खोजने के विषय पर टिप्पणी करने के लिए कहा, तो श्री प्रेम रावत जी ने पूछा, "सूरज और टॉर्च में क्या अंतर है?"
यह बातचीत "हियर योरसेल्फ" के लेखक श्री प्रेम रावत जी और ला नेसियन बुएनोस आइरेस की पत्रकार डेल्फ़िना गैलार्ज़ा के बीच हुई। वह लोग जो अपने जीवन पर ध्यान देते हैं, उनके बारे में बड़ी सहजता से चर्चा करते हुए प्रत्येक व्यक्ति के भीतर बसने वाले परमात्मा के बारे में गहन विचार भी सबके समक्ष रखे गए।
जब डेल्फ़िना ने श्री प्रेम रावत जी से पूछा कि उनकी पुस्तक से पाठकों को क्या सीख लेनी चाहिए, तो उन्होंने उत्तर दिया: "अपने जीवन में अपने हृदय को शामिल करें।"
इस विशेष कार्यक्रम की शुरुआत, श्री प्रेम रावत जी को शांति के प्रति उनकी सेवाओं के लिए 'गोल्डन डिप्लोमा' प्राप्त करने के साथ हुई। गोल्डन डिप्लोमा एक आजीवन पुरस्कार है और बुएनोस आइरेस शहर के सम्मानित अतिथि के रूप में श्री प्रेम रावत जी को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
क्या आप अभी भी सूर्य और टॉर्च के बीच अंतर के बारे में सोच रहे हैं? फिर टाइमलेस टुडे ऐप्प या वेबसाइट पर इस सम्पूर्ण संस्करण के पुनः प्रसारण का आनंद लें। तिरासी मिनट का यह कार्यक्रम अब क्लासिक या प्रीमियर सदस्यता के साथ अंग्रेजी में उपलब्ध है।
हिन्दी में उपशीर्षक अब उपलब्ध हैं। ऐप्प/वेबसाइट में उपशीर्षक सक्रिय करने के लिए "CC" चिह्न दबाएं /क्लिक करें।
श्री प्रेम रावत जी की उरुग्वे की पिछली यात्रा चौदह वर्ष पहले हुई थी। 16 मार्च, 2024 को वह ऐसी बुद्धिमत्ता को लेकर लौटे जो मानव हृदय को लगातार प्रकाशित करती है।
अपने संबोधन के दौरान श्री प्रेम रावत जी ने कृतज्ञता की परिवर्तनकारी शक्ति का वर्णन किया।
उन्होंने साझा किया कि कैसे, हम अपना ध्यान समस्याओं से हटाकर जीवित रहने के सरल आनंद पर केंद्रित कर सकते है। इस प्रकार हम सरलता से संतुष्टि का अनुभव कर सकते हैं। उन्होंने हमें अपनी प्राथमिकताओं और धारणाओं का फिर से आकलन करने की चुनौती दी।
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श्री प्रेम रावत जी की उरुग्वे की पिछली यात्रा चौदह वर्ष पहले हुई थी। 16 मार्च, 2024 को वह ऐसी बुद्धिमत्ता को लेकर लौटे जो मानव हृदय को लगातार प्रकाशित करती है।
अपने संबोधन के दौरान श्री प्रेम रावत जी ने कृतज्ञता की परिवर्तनकारी शक्ति का वर्णन किया।
उन्होंने साझा किया कि कैसे, हम अपना ध्यान समस्याओं से हटाकर जीवित रहने के सरल आनंद पर केंद्रित कर सकते है। इस प्रकार हम सरलता से संतुष्टि का अनुभव कर सकते हैं। उन्होंने हमें अपनी प्राथमिकताओं और धारणाओं का फिर से आकलन करने की चुनौती दी।